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Bewafa Shayari In Hindi |

TOP 25+ Bewafa Shayari In Hindi
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ, ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ, कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को, इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ। ☹️☹️☹️☹️
मैंने कुछ इस तरह से खुद को संभाला है, तुझे भुलाने को दुनिया का भरम पाला है, अब किसी से मुहब्बत मैं नहीं कर पाता, इसी सांचे में एक बेवफा ने मुझे ढाला है.. ☹️☹️☹️☹️
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी ! वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी ! ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है! तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी !! ☹️☹️☹️☹️
जल-जल के दिल मेरा जलन से जल रहा, एक अश्क मेरे आँख में मुद्दत से पल रहा, जिसका मैं कर रहा हूँ घुट-घुट के इंतजार, वो बेवफा ना आई मेरा दम निकल रहा। ☹️☹️☹️☹️
प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था, वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था, सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को, पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था.. ☹️☹️☹️☹️
मुझे उसके आँचल का आशियाना न मिला, उसकी ज़ुल्फ़ों की छाँव का ठिकाना न मिला, कह दिया उसने मुझको ही बेवफा…मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला। ☹️☹️☹️☹️
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ! मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ! पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ! क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ! ☹️☹️☹️☹️
हम सिमटते गए उनमें और वो हमें भुलाते गए, हम मरते गए उनकी बेरुखी से, और वो हमें आजमाते गए, सोचा की मेरी बेपनाह मोहब्बत देखकर सीख लेंगी वफाएँ करना, पर हम रोते गए और वो हमें खुशी खुशी रुलाते गए.. ☹️☹️☹️☹️
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है ! खामोशियो की आदत हो गयी है ! न सीकवा रहा न शिकायत किसी से अगर है तो ! एक मोहब्बत जो इन तन्हाइयों से हो गई है !! ☹️☹️☹️☹️
तेरे इश्क़ ने दिया सुकून इतना, कि तेरे बाद कोई अच्छा न लगे, तुझे करनी है बेवफाई तो इस अदा से कर, कि तेरे बाद कोई बेवफ़ा न लगे। ☹️☹️☹️☹️
लफ्ज़ वही हैं, माईने बदल गये हैं ! किरदार वही, अफ़साने बदल गये हैं ! उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते ! ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं !! ☹️☹️☹️☹️
नफरत को मोहब्बत की आँखों में देखा, बेरुखी को उनकी अदाओं में देखा, आँखें नम हुईं और मैं रो पड़ा…जब अपने को गैरों की बाहों में देखा। ☹️☹️☹️☹️
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी, कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी, बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने, आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी ☹️☹️☹️☹️
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए, क्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गए।, हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने को, बेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए।। ☹️☹️☹️☹️
एक बेवफा से प्यार का अंजाम देख लो, मैं खुद ही शर्मशार हूँ उससे गिला नहीं, अब कह रहे हैं मेरे जनाज़े पे बैठ कर, यूँ चुप हो जैसे हमसे कोई वास्ता नहीं। ☹️☹️☹️☹️
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने ! ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने ! जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर ! वो भला प्यार की कीमत क्या जाने !! ☹️☹️☹️☹️
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना; अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना; वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे; पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना। ☹️☹️☹️☹️
छोड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में, चल दिए रहने वो औरों की पनाहों में, शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई, तभी तो सिमट गए वो गैर की बाहों में। ☹️☹️☹️☹️
इल्जाम न दे मुझको तूने ही सिखाई बेवफाई है, देकर के धोखा मुझे मुझको दी रुसवाई है, मोहब्बत में दिया जो तूने वही अब तू पाएगी, पछताना छोड़ दे तू भी औरों से धोखा खायेगी। ☹️☹️☹️☹️
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा, जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा ☹️☹️☹️☹️
खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफ़ा को, दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी। ☹️☹️☹️☹️
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने, हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है। ☹️☹️☹️☹️
मेरी आँखों से बहने वाला ये आवारा सा आसूँ पूछ रहा है पलकों से तेरी बेवफाई की वजह। ☹️☹️☹️☹️
काम आ सकीं ना अपनी वफ़ाएं तो क्या करें, उस बेवफा को भूल ना जाएं तो क्या करें। ☹️☹️☹️☹️
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं ! तुम मंजिल की बात करते हो, लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं ! ☹️☹️☹️☹️
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम, गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम, आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है, कुछ समय पहले उनकी जान थे हम। ☹️☹️☹️☹️
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए शायद, आज वो भी बेवफा हो गाए शायद, जब नींद खुली तो पलकों में पानी था, मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए शायद ☹️☹️☹️☹️
किस-किस को तू खुदा बनाएगी, किस-किस की तू हसरतें मिटाएगी, कितने ही परदे डाल ले गुनाहों पे, बेवफा तू बेवफा ही नजर आएगी। ☹️☹️☹️☹️
