Best 500+ Krishna Shayari in Hindi || कृष्ण शायरी इन हिंदी || कृष्णा पर शायरी

Best 500+ Krishna Shayari in Hindi || कृष्ण शायरी इन हिंदी || कृष्णा पर शायरी

Krishna Shayari in Hindi
Krishna Shayari in Hindi

नमस्कार दोस्तों, ✍️ Dynamo Shayari में आपका हार्दिक स्वागत है। मैं हूँ आपका प्यारा दोस्त विकास यादव। तो मेरे प्यारे दोस्तों आज की पोस्ट में हम बात करने जा रहे हैं –  Krishna Shayari in Hindi, Krishna Shayari, Krishna Shayari Hindi, Shri Krishna Shayari, कृष्ण शायरी इन हिंदी, कृष्णा पर शायरी, कृष्ण शायरी हिंदी, कृष्ण भगवान पर शायरी, श्री कृष्णा शायरी, कृष्ण शायरी की। तो चलिए शुरू करते हैं।

Krishna Shayari in Hindi

बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा, ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,

डूब रही अगर कश्ती मझधार में, कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा..!!

मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया जमुना के तट पे विराजे हैं,

मोर मुकुट पर कानों में कुंडल कर में मुरलिया साजे हैं..!!

किसी के पास Ego है, किसी के पास Ettitude है,

मेरे पास तो मेरा साँवरा है, वो भी बड़ा cute हैं..!!

गाय का माखन, यशोधा का दुलार,

ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,

सावन की बारिश और भादों की बहार,

नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार..!!

सांवरे तेरी मोहब्बत को नया अंजाम देने की तैयारी हैं,

कल तक मीरा दीवानी थी आज मेरी बारी हैं..!!

माना कि मुझमे मीरा सी कोई कशिश नही,

गोपी के जैसे रो सकू वो जज्बात नही,

एकबार मेरे साँवरे इस दिल की भी सुनो..!! -मेरे राधा कृष्णा मुरारी

हे मन तू अब कोई तप कर ले,

एक पल में सौ-सौ बार कृष्ण नाम का जप कर ले..!!

कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे,

जो एक बार मिले तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं..!!

गोकुल में जिसने किया निवास,

उसने गोपियों के संग रचा इतिहास,

देवकी-यशोदा जिनकी मैया,

ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया..!!

संसार के लोगो की आशा न किया करना,

जब-जब मन विचलित हो, राधा-कृष्ण नाम लिया करना..!!

राधा-कृष्णा ही प्रेम की सबसे अच्छी परिभाषा है,

बिना कहे जो समझ में आ जाए, प्रेम ऐसी भाषा है..!!

कितना भी धन-दौलत पा लो,

पर भूख नहीं मिटटी तृष्णा की,

उसको जीवन का सारा धन मिल जाता है,

जो भक्ति करें राधा के कृष्णा की..!!

दरबार हजारों देखे है,

पर ऐसा कोई दरबार नहीं,

जिस गुलशन में तेरा नूर न हो,

ऐसा तो कोई गुलजार नहीं..!!

वह हृदय होता है ख़ास,

जिसमें बसते है राधा संग श्याम..!!

राधा की चाहत है कृष्ण,

उसके दिल की विरासत है कृष्ण,

चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण,

दुनिया तो फिर भी यही कहती है..!!

प्रेम के दो मीठे बोल बोलकर खरीद लो हमें,

कीमत से सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पडेगी..!!

किसी की सूरत बदल गई,

किसी की नियत बदल गई,

जब से तूने पकड़ा मेरा हाथ,

राधे मेरी तो किस्मत ही बदल गई..!!

भाव बिना बाज़ार मै वस्तु मिले न मोल,

तो भाव बिना हरी कैसे मिले जो है अनमोल..!!

अभी तो बस इश्क़ हुआ है कान्हा से,

मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी..!!

यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता,

तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता..!!

कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी,

जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी..!! -जय श्री राधे कृष्ण

सुध-बुध खो रही राधा रानी, इंतजार अब सहा न जाएँ,

कोई कह दो सावरे से, वो जल्दी राधा के पास आएँ..!!

दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा,

कब तक तेरी राह निहारूं अब तो आओ कृष्णा..!!

नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे हैं,

अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे हैं,

एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुनादे कान्हा,

एक छोटी से आस लगा रखे हैं..!!

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,

कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं..!!

कर्तव्य पथ पर जाते-जाते केशव गये थे रूक,

देख दशा राधा रानी, ब्रम्हा भी गये थे झुक..!!

जो प्रेम की पूजा करते है,

राधा-कृष्ण उनके हृदय में बसते हैं..!!

जिस पर राधा को मान हैं, जिस पर राधा को गुमान हैं,

यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं..!!

प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं,

राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं..!!

मन की आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है,

मेरा तो हर दिन प्रिय मोहन त्यौहार हो जाता है..!!

मधुवन में भले ही कान्हा किसी गोपी से मिले,

मन में तो राधा के ही प्रेम के हैं फूल खिले..!!

माखन चुराकर जिसने खाया,

बंसी बजाकर जिसने नचाया,

ख़ुशी मनाओ उनके जन्म दिन की,

जिन्होंने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया..!!

दौलत छोड़ी शोहरत छोड़ी सारा खजाना छोड़ दिया,

कृष्णा के प्रेम दीवानों ने सारा जमाना छोड़ दिया..!!

कान्हा हरदम मेरे साथ है फिर क्या कमी है,

विरह में नहीं, प्रेम की वजह से आखों में नमी है..!!

राधा-कृष्ण की प्रेम कभी अधूरी नहीं रही,

वो हमेशा साथ रहे उनमें कोई दूरी नहीं रही..!!

प्रेम में प्रेमियों की आत्मा एक हो जाती है,

कोई बताएगा राधा से कृष्ण कब बिछड़े..!!

पाने को ही प्रेम कहे जग की ये है रीत,

प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत..!!

हमने प्रेम में कितनी बाधा देखी,

फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी..!!

राधा को कन्हैया ने प्यार का पैगाम लिखा,

पूरे खत में सिर्फ़ राधा-राधा नाम लिखा..!!

गज़ब के चोर हो कान्हा,

चोरी भी करते हो और दिलो पर राज़ भी..!!

राधे राधे बोल श्याम भागे चले आएंगे,

एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे..!!

किसी भी शहर का वासी बनू,

हर जन्म में राधे कृष्ण का दास ही बनूं..!!

दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,

कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,

कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,

हम अकेले तो गुनाहगार नहीं..!!

हे कान्हा तुम संग बीते वक्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती,

मैं बस लम्हे जीती हूँ इसके आगे कोई ख़्वाब नहीं रखती..!!

दिल तुमसे लगा बैठे है,

प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,

हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,

एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है..!!

मिलता है सच्चा सुख केवल हे कृष्ण तुम्हारे चरणो में,

यह विनती है पल पल रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,

जिव्हा पर तेरा नाम रहेतेरी याद सुबह और शाम रहे,

और मन ना डगमग मेरा रहेबस ध्यान हो तुम्हारे चरणों में..!!

कृष्ण भक्ति की छाव में दुखो को भुलाओ,

सब प्रेम भक्ति से हरि गुण गाओ..!!

गाय का माखन, यशोधा का दुलार,

ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,

सावन की बारिश और भादों की बहार,

नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार..!!

जग में कलयुग का हाहाकार है,

बंसी बजैया तेरे आने का इंतजार है..!!

बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनिया,

बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म..!!

एक तेरे ख्वाबो का शोक, एक तेरी याद की आदत,

तू ही बता साँवरे, सोकर तेरा दीदार करूँ या जाग कर तुझे याद..!!

जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में,

तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में..!!

नन्हा सा फूल हूँ मैं, चरणों की धुल हूँ मैं,

आया हूँ तेरे द्वार, कान्हा मेरी पूजा करो स्वीकार..!!

कन्हैया बस तेरी रहमत पर नाज करते है,

इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता है,

मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है..!!

अजीब नशा है अजीब खुमारी है, हमे कोई रोग नहीं बस,

जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है..!!

हे अर्जुन के सारथी मुझको भी ऐसा ज्ञान दो,

तेरे प्रेम की ज्योति को जलाये रखू ऐसा वरदान दो..!!

राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए,

भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए..!!

अभी तो बस इश्क़ हुआ है कान्हा से,

मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी..!!

तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ,

तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ,

हो ना फासला कोई हम दोनो के दर्मियां,

मैँ मैँ ना रहुँ कान्हा बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ..!!

वो दिन कभी न आए हद से ज्यादा गरूर हो जाये,

बस इतना झुका कर रखना मेरे कन्हैया,

कि हर दिल दुआ देने को मजबूर हो जाये..!!

बड़ी आस ले कर आया, बरसाने में तुम्हारे कर दो शमा,

किशोरी जी अपराध मेरे सारे, सवारू में भी अपना जीवन..!!

कैसे लफ्जो मे बयां करूँ खूबसुरती तुम्हारी,

सुंदरता का झरना भी तुम हो, मोहब्बत का दरिया भी तुम हो मेरे श्याम..!!

सुध-बुध खो रही राधा रानी इंतजार अब सहा न जाएँ,

कोई कह दो सावरे से वो जल्दी राधा के पास आएँ..!!

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा,

पूरे खत में सिर्फ कान्हा-कान्हा नाम लिखा..!!

राधा मुरली-तान सुनावें, छीनि लियो मुरली कान्हा से,

कान्हा मंद-मंद मुस्कावें, राधा ने धुन, प्रेम की छेड़ी,

कृष्ण को तान पे,नाच नचावें..!!

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,

कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं..!!

नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे है,

अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे है,

एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुना दे कान्हा,

एक छोटी से आस लगा रखे है..!!

काश मैं कोई ऐसा जुर्म करू की सजा मिले हर्जाने में,

मेरा जीवन बीते वृंदावन में और मौत मिले बरसाने में..!!

कृष्णा कन्हैया बंसी बजैया पार लगा दो हमारी नैया,

दुविधा में हैं हमारा जीवन कर दो निर्मल पावन ये मन,

तेरे ही चरणों में हमने किया है अब तो खुद का समर्पण,

तू ही तो है अब तो बस इस डूबती नैया का खेवैया..!!

पता नहीं कैसे परखता है मेरा कृष्ण मुझे,

इम्तिहां भी मुश्किल ही लेता है और फेल भी होने नहीं देता..!! – जय श्री कृष्ण

राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था,

दुनिया को प्यार का सही मतलब जो समझाना था..!! – जय श्री कृष्ण

हर पल हर दिन कहता है कान्हा का मन,

तू कर ले पल-पल राधा का सुमिरन..!!

मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये,

राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये..!!

मेरे कर्म ही मेरी पहचान बनें तो बेहतर है,

चेहरे का क्या है यह तो मेरे साथ ही चला जाएगा..!! – जय राधे कृष्णा

राधा के दिल की चाहत है कृष्ण,

राधा की विरासत है कृष्णा,

कितने भी रास रचा ले कृष्णा,

फिर भी दुनिया कहेगी राधे कृष्णा..!!

जानते हो कृष्ण क्युं तुम पर हमें गुरुर हैं,

क्युंकि तुम्हारे होने से हमारी ज़िन्दगी मे नूर है..!! -जय श्री राधे कृष्ण

क्या नींद क्या ख्वाब आँखे बन्द करू,

तो तेरा चेहरा आंख खोलू तो तेरा ख्याल मेरे कान्हा..!!

रख लूँ नजर मे चेहरा तेरा,

दिन रात इसी पे मरती रहूँ,

जब तक ये सांसे चलती रहे,

मे तुझसे मोहब्बत करती रहूँ..!!

मत रख अपने दिल में इतनी नफरते ऐ इंसान,

जिस दिल में नफ़रत हो उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता..!!

जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला,

वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला..!!

प्रेम के दो मीठे बोल बोलकर खरीद लो हमें,

कीमत से सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पडेगी..!!

माना कि मुझमे मीरा सी कोई कशिश नही,

गोपी के जैसे रो सकू, वो जज्बात नही,

एकबार मेरे साँवरे इस, दिल की भी सुनो..!! – मेरे राधा कृष्णा मुरारी

बड़ा मीठा नशा है कृष्ण की याद का,

वक्त गुजरात गया और हम आदि होते गए..!! -जय राधे कृष्णा

राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,

एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे..!!

एक तरफ साँवले कृष्ण दूसरी तरफ राधिका गोरी,

जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी..!!

प्रभु खोजने से नहीं मिलते,

उसमें खो जाने से मिलते है..!!

पीर लिखो तो मीरा जैसी मिलन लिखो कुछ राधा सा,

दोनों ही है कुछ पूरे से दोनों में ही वो कुछ आधा सा..!! -जय श्री कृष्णा

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है,

करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है..!! -जय श्री कृष्णा राधे राधे

तुम क्या मिले की साँवरे मेरा मुकद्दर सवंर गया,

उजड़े हुए नसीब का गुलशन निखर गया..!! -जय श्री कृष्णा

कर भरोसा राधे नाम का धोखा कभी न खायेगा,

हर मौके पर कृष्णा तेरे घर सबसे पहले आयेगा..!!

प्रेम से कृष्णा का नाम जपो,

दिल की हर इच्छा पूरी होगी,

कृष्ण आराधना में इतना लीन हो जाओ,

उनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी..!!

कान्हा जी लो आज हम आपसे निकाह-ए-इश्क करते हैं,

हाँ हमें आपसे मोहब्बत है मोहब्बत है..!! -राधे राधे

प्यार मे कितनी बाधा देखी,

फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी..!!

गोकुल मैं हैं जिनका वास, गोपियो संग करे निवास,

देवकी यशोदा हैं जिनकी मैया, ऐसे हैं हमारे कृष्ण कन्हैया..!!

राधा मुरली-तान सुनावें छीनि लियो मुरली कान्हा से,

कान्हा मंद-मंद मुस्कावें राधा ने धुन प्रेम की छेड़ी,

कृष्ण को तान पे नाच नचावें..!! -जय श्री राधे कृष्णा

कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे,

जो एक बार मिले तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं..!!

प्यार दो आत्माओं का मिलन होता है ठीक वैसे हीं जैसे,

प्यार में कृष्ण का नाम राधा और राधा का नाम कृष्ण होता है..!!

हे मन तू अब कोई तप कर ले,

एक पल में सौ-सौ बार कृष्ण नाम का जप कर ले..!! -जय श्री राधे-कृष्णा

राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार,

क्योंकि यही वही वो नाम है जिससे कृष्ण को प्यार..!!

अंतिम शब्द

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